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भारत में उच्च शिक्षा की स्तिथि

जैसा कि आप सभी परिचित हैं, उच्च शिक्षा अर्थात सभी विषय की सुक्ष्म तथा विषद शिक्षा। उच्च शिक्षा हमारी शिक्षण व्यवस्था का प्राथमिक तथा माध्यमिक स्तर के बाद तृतीय स्तर होता हैं। बहरहाल, यदि हम भारत में उच्च शिक्षा की मजबतू स्थिति की बात करते हैं,तो निम्न बिंदु सामने आते हैं ; 1. भारत का उच्च शिक्षा तंत्र विश्व का तीसरा सबसे बड़ा उच्च शिक्षा तंत्र है। 2. महाविद्यालयों तथा विश्वविद्यालयों की अच्छी सख्या का होना। 3. IITs ,NITs तथा Medical महाविद्यालयों का अच्छा प्रदर्शन इत्यादि । इन सभी मजबतू स्थितियो के बावजदू भी आज हमारी उच्च शिक्षा प्रणाली कई समस्याओं का सामना कर रही हैं ; 1. निम्न नामांकन दर। 2. गणुवत्ता की कमी। 3. अपर्याप्त अनुसंधान। 4. राजनैतिक हस्तक्षेप। 5. व्यावसायिक शिक्षा का पूर्ण विकसित न होना। 6. रोजगारोन्मुखी का न होना इत्यादि। बहरहाल, अब बात आती हैं, कि सरकारें तथा हम सभी ऐसा क्या नवाचार करें, जिनसे समस्याओं को कम किया जा सके, तो मेरा अपना मानना हैं, कि निम्न प्रयासो द्वारा इन समस्याओं को कुछ हद तक कम किया जा सकता हैं ; 1. पहला, उच्च शिक्षा में व्यावसायिक शिक्षा तथा कौशल विकास प्रशिक्षण की ओर ध्यान देना। 2.दसूरा, उच्च शिक्षा के प्रति जागरूकता लाकर छात्र-छात्राओं की सहभागिता बढ़ाना। 3.तीसरा, शिक्षको की शिक्षा के सामाजिक परिदृश्य के प्रति जिम्मेदारी तथा संवेदनशीलता बढ़ाना। मुझे आशा हैं कि आपको यह लेख पसदं आया होगा, और आपका ध्यान जरुर इन समस्याओं की ओर केंद्रित हुआ होगा तथा मुझे विश्वास है, कि आप अपने सुझाव हमसे जरूर साझा करेंगे। _Prachi


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